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BREAKING NEWS – PGI चंडीगढ़ के नेहरू अस्पताल में लगी भीषण आग, 424 मरीजों को सुरक्षित निकाला, कमेटी करेगी जांच मौके पर पहुंचे पीजीआई निदेशक

पीजीआई चंडीगढ़ के नेहरू अस्पताल में सोमवार की रात भीषण आग लग गई। जानकारी के मुताबिक आग 11:30 से 11:45 के बीच लगी। दमकल की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सभी मरीजों को सुरक्षाकर्मी और पुलिस की मदद से बाहर निकाला गया और सामने स्थिति पार्क ले जाया गया। रात 12 बजे बारिश शुरू होने से मरीजों और तीमारदारों को पार्क और सड़क पर परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं पीजीआई ने मामले की जांच के लिए 14 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है।

नागरिक सुरक्षा विभाग के संजीव कोहली ने बताया कि हमें सूचना मिली कि नेहरू अस्पताल की पहली मंजिल पर आग लग गई है। हम तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति अब नियंत्रण में है। अस्पताल के अंदर मौजूद सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया है।

मौके पर पहुंचे पीजीआई निदेशक

पीजीआई निदेशक प्रोफेसर विवेक लाल, वरिष्ठ संकाय सदस्यों, चिकित्सा अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। पीजीआई की इंजीनियरिंग विंग और फायर विंग तुरंत राहत एवं बचाव कार्य में जुटी। यूटी प्रशासन व अग्निशमन विभाग भी मौके पर पहुंचा और मरीजों और तीमारदारों को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि धुआं वार्ड के गलियारों में फैल गया था। ऐसे में एडवांस यूरोलॉजी सेंटर, मेल सर्जिकल वार्ड के मरीजों को भी सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की घुटन आदि न हो।

424 मरीजों का बाहर निकाला

कुल 424 मरीजों को बाहर निकाला गया। इनमें 80 गर्भवती महिलाएं और 56 शिशु शामिल थे। इन मरीजों को नेहरू अस्पताल और नेहरू अस्पताल एक्सटेंशन ब्लॉक में शिफ्ट किया गया। गनीमत रही कि घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। 60 मिनट के भीतर ही सभी मरीजों को बाहर निकाल लिया गया था। वहीं रात दो बजे मरीजों की देखभाल से संबंधित सभी सेवाओं को पीजीआई ने बहाल कर दिया था। पीजीआई निदेशक ने तुरंत इंजीनियरिंग विंग को प्रभावित क्षेत्र की मरम्मत का निर्देश दिया।

14 सदस्यीय कमेटी करेगी जांच

चंडीगढ़ पीजीआई में सोमवार रात को नेहरू हॉस्पिटल के सी ब्लॉक में स्थित कम्प्यूटर लैब में लगी आग का पता लगाने के लिए डीन (अकादमिक) प्रोफेसर नरेश पांडा की अध्यक्षता में 14 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। वहीं कमेटी भविष्य में ऐसी किसी भी घटना से बचने के लिए एक कार्य योजना तैयार करेगी। आग लगने की प्राथमिक वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है।

सी- ब्लॉक में हैं ये यूनिट

सी-ब्लॉक में डायलिसिस यूनिट, एडल्ट किडनी यूनिट, रीनल ट्रांसप्लांट यूनिट, फीमेल मेडिकल वार्ड, मेल मेडिकल वार्ड, गायनी, मैटरनिटी, नर्सरी और नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट, बोन मैरो ट्रांसप्लांट और ऑपरेशन थिएटर हैं। ये सभी वार्ड 24 घंटे संचालित होते हैं।

दोबारा सर्जिकल वार्ड में मरीजों को किया जा रहा शिफ्ट

पीजीआई में देर रात नेहरू अस्पताल के ऊपरी तल पर लगी आग के बाद सर्जिकल वार्ड (पुरुष) में दोपहर साढ़े 12 बजे से दोबारा मरीजों को शिफ्ट करना शुरू कर दिया गया। इससे पहले आग से जले सामान को निकाला गया। वहीं रात में बिल्डिंग में धुआं भरने के कारण शीशों को तोड़े दिया गया था। सुबह टीम ने सभी शीशों को पूरी तरह तोड़कर कांच को हटाया गया। इसके बाद वार्ड की सफाई की गई।

 

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