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दिल्ली पहुंचे फरवरी में लीबिया में बंधक बनाए गए 17 भारतीय ट्रैवल एजेंट ने की थी धोखाधड़ी इटली का सपना दिखाकर पहुंचाया था लीबिया
युवा बोले- लगा जिंदा वापस नहीं लौट पाएंगे
लीबिया से लौटे युवकों ने बताया कि उन्हें ट्रैवल एजेंट ने इटली में अच्छी नौकरी दिलाने का वादा किया था। इसके बाद एक धोखे से लीबिया पहुंचा दिया, जहां माफिया ने उन्हें अगवा कर लिया। इसके बाद करीब चार महीने वे माफिया की कैद में रहे, इसके बाद लीबिया की जेल में रहे। वहां उनके साथ मारपीट और बदतमीजी की जाती थी। उन्हें कई-कई दिन खाना नहीं दिया जाता था। उन्होंने कहा कि सबको यही लगने लगा था कि वे अब जिंदा नहीं लौट पाएंगे। ट्रैवल एजेंट ने इन युवाओं को इटली में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 13-13 लाख रुपये भी ठगे हैं, जिसकी अलग से जांच जारी है।
फरवरी में लीबिया में बंधक बनाए गए 17 भारतीय सुरक्षित दिल्ली पहुंच गए। अवैध तरीके से इटली जाने के लिए निकले पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के इन युवकों को फरवरी में लीबिया के एक सशस्त्र समूह ने ज्वारा शहर में अगवा कर लिया था। ट्यूनीशिया स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने इन्हें लीबियाई माफिया से आजाद कराया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दूतावास अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने बेहतरीन काम किया है। मोदी सरकार भारतीय समुदाय कल्याण कोष को मजबूत कर रही है, जो ऐसे मौकों पर विशेष रूप से उपयोगी साबित होता है। इस मौके पर एयरपोर्ट पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी भी मौजूद रहे।
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