
लुधियाना के सिविल अस्पताल में इलाज में लापरवाही के कारण मरीज की मौत साढ़े पांच घंटे तक इलाज के इंतजार में तड़पता रहा मरीज
लुधियाना के सिविल अस्पताल में इलाज में लापरवाही के कारण मरीज की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि सिविल अस्पताल में साढ़े पांच घंटे तक इलाज न मिलने से मरीज मौत हुई है। मृतक की पहचान लुधियाना के मेहरबान निवासी अब्बास के रूप में हुई है। मृतक के ससुर मोहम्मद हसीन ने बताया कि अब्बास को शुक्रवार की रात से पेट में इन्फेक्शन के कारण दस्त और उल्टी लगी थी। बता दें कि सिविल अस्पताल में इससे पहले भी स्ट्रेचर से गिरकर मरीज की मौत हो गई थी।
तबीयत बिगड़ने पर अब्बास को शनिवार सुबह करीब आठ बजे सिविल अस्पताल लाया गया। इस दौरान कई घंटे तक वह लाइन में लगा रहा। इस दौरान वहां अब्बास ने कई बार दस्त और उल्टी की। मगर किसी ने उसकी नाजुक हालत पर ध्यान नहीं दिया और ड्यूटी पर तैनात अस्पताल के कर्मी घंटों तक ओपीडी में ही मरीज को इधर-उधर घुमाते रहे। परिजनों के मुताबिक डॉक्टरों ने उसे दोपहर 12 बजे अस्पताल में भर्ती किया लेकिन वार्ड में मौजूद स्टाफ ने इलाज नहीं किया। दोपहर करीब 1:30 बजे उसकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के इंतजार में उसने दम तोड़ दिया।
परिजनों का आरोप है कि वह मरीज की गंभीर हालत के बारे में कई बार डॉक्टर और स्टाफ नर्स को बताते रहे लेकिन किसी ने एक न सुनी और मरीज के इलाज में गंभीरता नहीं दिखाई। यहां तक कि मरीज की मौत के बाद स्टाफ ने आनन-फानन सुई लगा दी लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और मरीज दम तोड़ चुका था।
डेढ़ घंटे तक मरीजों के बीच पड़ा रहा शव
मोहम्मद हसीन ने बताया कि डेढ़ बजे अब्बास की मौत के बाद शव को अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित मेल वार्ड से इमरजेंसी में शिफ्ट कर दिया। उसका शव करीब डेढ़ घंटे तक मरीजों के बीच पड़ा रहा और स्टाफ ने करीब 3:25 बजे शव को मोर्चरी में शिफ्ट किया।
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button