
पंजाब सरकार और पटवारियों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा इस्तीफों का दौर शुरू 19 पटवारियों ने की नौकरी छोड़ने की घोषणा
पंजाब सरकार और पटवारियों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस विवाद में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को जालंधर और अमृतसर के 19 पटवारियों ने नौकरी छोड़ने की घोषणा कर दी। इससे पहले गुरुवार सुबह जालंधर के डीसी ने 61 पटवारियों को अतिरिक्त चार्ज दे दिया ताकि लोगों को दिक्कत न हो।
जिन 19 पटवारियों ने इस्तीफा दिया है, उनको सूबे की सरकार ने खाली पटवार सर्कल चलाने के लिए रिटायरमेंट के बाद ठेके पर रखा था। इन्होंने सरकार के एस्मा एक्ट लागू करने फैसले और मुख्यमंत्री की ओर से पटवारियों-कानूनगो को भ्रष्ट कहने के विरोध में नौकरी छोड़ी है। पंजाब राजस्व पटवार-कानूनगो यूनियन के अध्यक्ष हरवीर सिंह ने कहा कि जालंधर के 17 पटवार सर्कलों और अमृतसर के दो पटवार सर्कलों के सेवानिवृत्त पटवारियों ने ठेके पर काम करने से मना कर दिया है और अपने इस्तीफे संबंधित अधिकारियों को भेज दिया है।
पंजाब सरकार की ओर से रिटायर्ड पटवारियों को ठेके पर लेकर काम चलाने की तैयारी चल रही थी कि 19 पटवारियों ने इस्तीफा देकर सरकार की मुहिम को झटका दिया है। वहीं, सरकार की ओर से जारी विज्ञापन पर पटवार यूनियन पंजाब के नेता मोहन सिंह भेडपुरा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सूबे के नौजवानों के हाथ में कलम थमाने का दावा किया था जबकि अब सरकार ऐसा नहीं कर रही।
आज जिला व तहसील स्तर पर पटवारी करेंगे प्रदर्शन
संघर्ष पर चल रहे पटवारी भी अब पीछे हटने के मूड में नहीं है। पटवारी यूनियन के नेताओं ने तय किया है कि शुक्रवार को जिला व तहसील स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान सरकार की पटवारियों के विरोध में जारी आदेश की कॉपियों को जलाया जाएगा। यूनियन के नेताओं का कहना है कि सरकार ने अभी तक उन्हें मीटिंग के लिए नहीं बुलाया है।
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