
उंगलियां काटने के आरोपियों व Punjab Police के बीच Toll Plaza पर चली गोलियां, Punjab-Haryana बॉर्डर पर 2 को किया Arrest
पंजाब में उंगलियां काटने के वायरल हो रहे वीडियो के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है। एसएसपी मोहाली संदीप गर्ग ने बताया कि 9 फरवरी को एक वायरल वीडियो में तीन लोगों को एक व्यक्ति की उंगलियां काटते हुए दिखाई देने मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।
हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर स्थित शंभू टोल प्लाजा पर पंजाब पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में एक अपराधी के पैर में गोली लगी। जबकि दोनों ही अपराधियों गौरव उर्फू गोरी व तरूण को पंजाब पुलिस गिरफ्तार कर ले गई। यह दोनों ही अपराधी भुप्पी राणा गैंग के बताए जा रहे हैं और इनके द्वारा गत दिवस ही पंजाब में एक व्यक्ति की उंगलियां काट दी। जिसकी वीडियो भी खूब वायरल हुई। पुलिस के पास मामला पहुंचने के बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी हुई।
इस दौरान मोहाली सीआईए द्वारा इन अपराधियों का पीछा किया जा रहा था। जो कि गाड़ी में पंजाब से अंबाला की ओर भागने का प्रयास कर रहे थे। परंतु हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बने टोल प्लाजा में आरोपी फंस गए और इतने में पीछे से आई मोहाली पुलिस ने रास्ता रोककर गिरफ्तार करने का प्रयास किया। परंतु आरोपियों ने सामने से फायरिंग शुरु कर दी। इसमें बचते हुए पुलिस ने भी जबावी फायरिंग की जिसमें गोली गौरव उर्फ गौरी की टांग में लगी। पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियार छीनते हुए गौरव उर्फ गोरी व तरूण को गिरफ्तार किया और पंजाब ले गई। जहां अब आगामी कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया। इस वीडियो को जिसने भी देखा उसके रोंगटे खड़े हो गए। लोगों को तालिबान की याद आ गई। पंजाब के मोहाली के फेज-1 से 8 फरवरी को एक युवक को तीन युवकों ने अगवा कर लिया। अगवा करने के बाद वे उसे गांव बड़माजरा के जंगल लेकर पहुंचे। वहां जाकर मुख्य आरोपी गौरी ने अपने भाई बंटी के कत्ल के शक में हरदीप का हाथ होने के शक में साथियों के साथ मिलकर उसके हाथ की अंगुलियां दातर से काट डालीं।
आरोपियों ने इस सारे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। शुक्रवार को वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना का खुलासा हुआ। इस संबंध में फेज-1 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
पुलिस ने अब मामले में दो आरोपियों को पकड़ लिया है। आरोपियों की पहचान बड़माजरा निवासी गौरी और दो अज्ञात व्यक्तियों के रूप में हुई थी। शिकायतकर्ता हरदीप सिंह (24) उर्फ राजू निवासी गांव मोहाली ने बताया कि 8 फरवरी को वह फेज-1 स्थित सब्जी मंडी के पास बैठा था। इस दौरान दो व्यक्ति उसके पास आए और उनमें से लाल टीशर्ट पहने व्यक्ति कहने लगा कि वे सीआईए स्टाफ से आए हैं और उसके खिलाफ शिकायत आई है। वह पूछताछ के लिए उसे अपनी गाड़ी की तरफ ले जा रहे थे तो आगे देखा कि गाड़ी के पास बड़माजरा का रहने वाला गौरी खड़ा था। उसने गाड़ी के पास पहुंचते ही पीटना शुरू कर दिया। वे उसे गाड़ी में बैठा कर दारा स्टूडियो से होते हुए बड़माजरा श्मशानघाट के पीछे जंगल में पहुंचे। उनके पास दातर और सिक्सर (तेजधार हथियार) था।
हरदीप के भाई का आरोप- पुलिस देरी से रवाना हुई
हरदीप के भाई मनिंदर सिंह ने बताया कि वारदात के बाद वे अपने भाई को सिविल अस्पताल ले गए। वहां पर डॉक्टरों ने अंगुलियां लाने को कहा। इसके बाद वे डरे हुए थे कि कहीं हमलावर उन पर हमला न कर दें इसलिए उन्होंने फेज-6 स्थित पुलिस चौकी के मुलाजिमों को साथ चलने को कहा। उन्होंने उनके कहने के काफी देर तक भी सरकारी वाहन नहीं निकाला तो वे एक ऑटो में पुलिसकर्मियों को साथ लेकर घटनास्थल पहुंचे लेकिन वहां पर उन्हें भाई की अंगुलियां नहीं मिली। इसके बाद वे लौट आए। इसके तीन घंटे बाद वे फिर से अंगुलियां ढूंढने पहुंचे तो उन्हें अंगुलियां मिलीं जिन्हें लेकर वे अस्पताल पहुंचे और फिर डॉक्टरों ने भाई को पीजीआई रेफर कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस फौरन उनके साथ चलती और अंगुलियां जल्द मिलतीं तो शायद आज अंगुलियां जुड़ होतीं।
सात घंटे चला ऑपरेशन, दो अंगुलियां जोड़ीं, बाद में वह भी काटनी पड़ीं
मनिदंर सिंह ने बताया कि उनके भाई की अंगुलियां लेकर वह पीजीआई पहुंचे तो डॉक्टरों ने सात घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद दो अंगुलियों को जोड़ दिया। वहीं जब कुछ दिन बाद वे नीली पड़ गई तो उन अंगुलियों को भी यह कहकर काट दिया कि यह कामयाब नहीं होंगी।
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