शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का फैसला बंद होगी गुरुघरों में सिरोपा देने की प्रथा, इससे बचने वाला धन शिक्षा पर होगा खर्च-एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में शुक्रवार हुई कार्यकारिणी कमेटी की बैठक में गुरुद्वारा साहिब में सिरोपे देने की प्रथा को बंद करने और इससे होने वाली वित्तीय बचत को सिख युवाओं के शैक्षणिक विकास पर खर्च करने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले के तहत सिरोपा देने के सामान्य प्रयोग पर रोक लगाते हुए इसे केवल धार्मिक हस्तियों, नगर कीर्तन के दौरान पांच प्यारों, रागियों और धार्मिक प्रचारकों तक ही सीमित कर दिया गया है।
एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि गुरुद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह जी श्री अमृतसर से भी अपने यूट्यूब व फेसबुक चैनलों के माध्यम से गुरबाणी प्रसारित करने का भी निर्णय लिया है। इसे कमेटी ने मंजूरी दे दी है। धामी ने कहा कि संगत की गुरुद्वारा शहीद गंज बाबा दीप सिंह जी में बहुत श्रद्धा है। यहां अपना वेब चैनल स्थापित कर सीधा गुरबाणी प्रसारण संगत तक नियमित रूप से पहुंचाया जाएगा। श्री हरमंदिर साहिब में आधुनिक तकनीक का साउंड सिस्टम भी लगाया जाएगा जिस पर काम शुरू कर दिया गया है।
धामी ने कहा कि बेअंत सिंह की बहू बीबी संदीप कौर को भी शिरोमणि कमेटी में नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है। कमेटी ने पिछले दिनों सुल्तानपुर लोधी स्थित गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब में पुलिस द्वारा मर्यादा के उल्लंघन और जूतों के साथ गुरुद्वारा साहिब में प्रवेश करने के मामले में एक रिपोर्ट सौंपी है। कार्यकारिणी कमेटी ने रिपोर्ट को जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब के पास भेज दी है।
रिपोर्ट की संक्षिप्त जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा गुरुद्वारा साहिब पर एक हजार से अधिक गोलियां चलाई गईं। जांच कमेटी ने निहंग संगठनों के प्रमुखों समेत विभिन्न लोगों के बयान दर्ज किए हैं लेकिन सरकारी अधिकारी बयान देने से इनकार कर रहे हैं। डीसी ने एसजीपीसी की जांच कमेटी को बयान देने से इनकार कर दिया है। जबकि एसएसपी ने कई पत्रों और दौरों का जवाब नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि इस पर अंतिम निर्णय के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को रिपोर्ट भेज दी गई है।
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