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0 Electricity Bill ने तोड़े पंजाब में बिजली खपत के रिकॉर्ड, December में 4 और January में 16 फीसदी बढ़ी मांग

कड़ाके की सर्दी के बीच पंजाब में बिजली की खपत बढ़ गई है। साल 2021 के मुकाबले नवंबर में 12 फीसदी, दिसंबर में चार और जनवरी के पहले पांच दिन 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। बिजली की मांग बढ़ने से थर्मल की सालाना मरम्मत नहीं हो पाई है। रोपड़ व लहरा मुहबब्त थर्मल प्लांट पूरी क्षमता पर चलाने पड़ रहे हैं। इसके साथ ही दूसरे राज्यों से पावरकॉम छह रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से महंगी बिजली खरीद रही है।

पावरकॉम का कहना है कि बिजली की खपत बढ़ने की दो बड़ी वजह है। पहली, मुफ्त बिजली। हर महीने मुफ्त बिजली लेने वालों की संख्या बढ़ती गई है। पंजाब में जीरो बिल वाले उपभोक्ताओं की संख्या 87 फीसदी तक पहुंच गई है। मुफ्त बिजली होने की वजह से लोग सर्दियों में धड़ल्ले से गीजर और हीटर का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, बीते दो महीने से बारिश की एक बूंद नहीं पड़ी है। इससे किसान सिंचाई के लिए ट्यूबवेल पर ही निर्भर हैं। धुंध के चलते सोलर एनर्जी की पैदावार भी लगभग बंद है।

किस महीने कितनी बिजली खपत हुई

2021 2022

नवंबर में 3399 नवंबर 3813

दिसंबर में 4148 दिसंबर 4306

                    

किस महीने कितनी मांग रही

2021 2022 कितनी ज्यादा

नवंबर में 6405 मेगावाट नवंबर में 7253 13 फीसदी 

दिसंबर में 7329 मेगावाट दिसंबर 8008 9 फीसदी  

 

हर माह बढ़ते गए मुफ्त बिजली वाले 

महीने जीरो बिल फीसदी

27-31 जुलाई 275010 62.36

अगस्त 2308080 67.53

सितंबर 2489361 70.74

अक्तूबर 2807496 76.07 

नवंबर 3316429 86.87  

गर्मी के मौसम में आएगी दिक्कत

बिजली की खपत बढ़ने से एक बड़ा नुकसान यह हुआ है कि इस बार पावरकॉम बैंकिंग सिस्टम के तहत पंजाब दूसरे राज्यों को बिजली नहीं दे पाया है। यह बिजली पंजाब गर्मी और धान के सीजन में वापस लेता था। ऐसे में गर्मी के सीजन में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

सरकार मुफ्त के बजाय सस्ती बिजली दे। मुफ्त बिजली में सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। इसका इस्तेमाल पंजाब में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में किया जाना चाहिए था। मुफ्त बिजली की वजह से डिमांड बढ़ी है। इस बार गर्मी में मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। – अजयपाल अटवाल, महासचिव पीएसईबी इंजीनियर्स एसोसिएशन

 

 

 

 

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