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सरकार की आमदनी घटी, Excise-Gst समेत सभी मदों में गिरावट, लक्ष्य से कम जुटा राजस्व

बेहतर वित्तीय हालात के दावों के विपरीत पंजाब सरकार आर्थिक संकट से उबर नहीं पा रही। जीएसटी, पेट्रोल, शराब, स्टांप ड्यूटी से सरकार को होने वाली आमदनी निर्धारित लक्ष्य से कम है। पंजाब के महालेखाकार (एजी) के अनुसार अक्तूबर 2022 के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब सरकार को अक्तूबर माह के दौरान जीएसटी में जहां 0.64 फीसदी और शराब से आमदनी में 0.40 फीसदी की मामूली कमी पर संतोष करना पड़ा है, वहीं पेट्रोल-डीजल से होने वाली आमदनी में 16.62 फीसदी और स्टांप ड्यूटी में 3.28 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है।

एजी के आंकड़ों के अनुसार, राज्य सरकार का राजस्व घाटा 11.10 फीसदी बढ़ा है जबकि वित्तीय घाटा 12.68 फीसदी तक बढ़ गया है। सरकार ने इस साल 119913.41 करोड़ रुपये की आमदनी का लक्ष्य रखा है लेकिन आठ महीने में यह लक्ष्य 50 फीसदी ही हासिल हो सका है। इस दौरान सरकार को 60744.89 करोड़ की आमदनी हुई है, जिसमें 13940.15 करोड़ रुपये का कर्ज भी शामिल है।

राज्य सरकार के खर्च में 10.57 फीसदी का इजाफा हुआ है। सरकार ने जो 13940.15 करोड़ का कर्ज लिया है, उसके मुकाबले 8795.96 करोड़ रुपये ब्याज के रूप में चुका दिए हैं।

आंकड़ों के अनुसार, जीएसटी से होने वाली आमदनी का लक्ष्य 20550 करोड़ रुपये तय किया गया था लेकिन आमदनी 10543.13 करोड़ (51.30 फीसदी) ही हो सकी है, जो बीते वर्ष इसी अवधि में 51.94 फीसदी रही थी। शराब से आमदनी का लक्ष्य 9647.87 करोड़ रुपये रखा गया था लेकिन अप्रैल 2022 से अक्तूबर 2022 तक 4719.12 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। इसी तरह पेट्रोल-डीजल से आमदनी में बीते साल के मुकाबले 900 करोड़ रुपये की कमी आई है।

वर्ष 2021 में अक्तूबर माह तक जहां 4275 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी, वहीं इस साल अक्तूबर तक यह कमाई 3345 करोड़ रुपये तक सीमित रही है। स्टांप ड्यूटी के मामले में भी पंजाब सरकार का लक्ष्य 3600 करोड़ रुपये कमाने का था लेकिन इस साल अक्तूबर तक 2160 करोड़ रुपये ही हासिल हो सके हैं। इसी तरह जमीन की रजिस्ट्रेशन से सरकार को 51.09 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है लेकिन यह लक्ष्य से 20 फीसदी कम है। सरकार ने इस साल 150 करोड़ का लक्ष्य रखा था लेकिन कमाई 51 करोड़ रुपये ही हुई।

इसी तरह राज्य सरकार को बिक्री कर के मामले में भी बीते वर्ष के मुकाबले 16.92 फीसदी की बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा है। सरकार ने इस मद में 6250 करोड़ का लक्ष्य रखा था लेकिन कमाई 3375.87 करोड़ की रही। स्टेट एक्साइज ड्यूटी में भी अनुमान 9647.87 करोड़ का था लेकिन आमदनी 4719.12 करोड़ की हुई। इसके साथ ही गैर-कर राजस्व भी 18.27 फीसदी घटा है।

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