
परिवहन निविदा घोटाला: पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु अदालत में पेश, विजिलेंस को चार दिन का मिला रिमांड
खाद्यान्न परिवहन निविदा घोटाले के आरोप में पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु को विजिलेंस की टीम ने कोर्ट में पेश किया। इससे पहले देर रात आशु की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद विजिलेंस ने उन्हें ब्यूरो में दवाई मंगवा कर दी। अदालत ने आशु को चार की रिमांड पर भेज दिया है। अब 27 अगस्त को उन्हें अदालत में दोबारा पेश किया जाएगा।
विजिलेंस ने सैलून से किया था गिरफ्तार
पूर्व मंत्री को सोमवार शाम लुधियाना के सैलून में बाल कटवाते समय गिरफ्तार किया गया था। विजिलेंस के अधिकारियों ने बताया कि बीते हफ्ते लुधियाना की दाना मंडी में वाहनों के फर्जी पंजीकरण नंबरों पर परिवहन टेंडर आवंटित करने के घोटाले में एक फर्म के तीन लोगों और राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के कुछ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
जांच के दौरान पाया गया कि लुधियाना में लेबर, कार्टेज और ट्रांसपोर्टेशन कार्यों के लिए वर्ष 2020-21 के टेंडर जमा करते समय कुछ ठेकेदारों द्वारा जमा किए गए वाहनों की सूची में स्कूटर, मोटरसाइकिल और कारों के रजिस्ट्रेशन नंबर थे। इनके गेट पास वेरिफाई किए बिना ही ठेकेदारों को बिल की अदायगी कर दी गई।
इस मामले में निजी फर्म के ठेकेदार तेलू राम को गिरफ्तार किया गया था। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि तेलू राम से पूछताछ के बाद करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ। इसके बाद भौतिक साक्ष्यों के आधार पर विजिलेंस ने भारत भूषण आशु को आरोपी बनाया था।
विजिलेंस अधिकारियों से भिड़े कांग्रेस रवनीत बिट्टू
आशु की गिरफ्तारी के वक्त कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू भी पहुंचे। उन्होंने विजिलेंस अधिकारियों के आईकार्ड तक मांगे। काफी बहस के बाद सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, भारत भूषण आशू के साथ विजिलेंस दफ्तर पहुंचे। इसके बाद कई कांग्र्र्रेसी भी विजिलेंस दफ्तर पहुंचे। बता दें कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में 2000 करोड़ रुपये के घपले की विजिलेंस जांच कर रही है। इस मामले में पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु का नाम सामने आया था। आरोप है कि भारत भूषण आशु ने निविदाओं में घपला किया है।
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button